Balcony Garden : सुबह की एक कप चाय के साथ हरे भरे बगीचे में बैठना हर किसी का सपना होता है। लेकिन हर किसी के पास बाग बगीचे वाला घर हो, यह मुमकिन नहीं है। बड़े शहरों में छोटी सी बालकनी वाले फ्लैट में ही सभी शौक पूरे करने पड़ते हैं । लेकिन कुछ नये-नये आइडियाज लेकर आप अपनी छोटी सी बालकनी को भी एक सुन्दर से गार्डन का रूप दे सकते हैं। ये छोटे से बालकनी गार्डन हमारे मन मष्तिस्क को तरोताजा तो करते हैं साथ ही घर की शोभा भी बढ़ाते हैं। हालांकि इस बालकनी गार्डन मे लगने वाले फूल और सब्जियों के पौधों को स्वस्थ बनाये रखना भी एक चुनौती भरा काम है। आइये जानते हैं बालकनी गार्डन की देखरेख कैसे की जाये ।
बालकनी गार्डन की देख-भाल :
आजकल के समय में बड़े शहरो में फ्लैट में रहना एक ट्रेंड भी है और मजबूरी भी। सभी फ्लैट्स में बालकनी अवश्य होती है। इन छोटी बालकनी को भी खूबसूरती से सजाना उसमें पौधे लगाना साथ में किचन गार्डनिंग करना बहुत से लोगो का शौक होता है। ये ना सिर्फ देखने में ही अच्छी लगती हैं बल्की इससे घर का वातावरण भी शुद्ध होता है। ऐसे में पौधों के शौकीन लोग बाहर से लाकर पौधे लगा लेते हैं। ये देखने में सुन्दर लगते हैं और स्वास्थ के लिये भी लाभदायक होते हैं। लेकिन कभी कभी इन पौधो की देखभाल करना बहुत मुश्किल हो जाता है। कभी इन पौधो की पत्तियां पीली पड़ने लगती हैं और कभी कोई कीड़ा लग जाता है । जिसका मुख्य कारण पौधे की उचित देखभाल ना कर पाना होता है। कई बार सही मात्रा में उचित देखभाल पानी खाद देने के बावजूद भी यह समस्या खत्म नहीं होती है। आज हम आपको कुछ ऐसे ही खास तरीके बताएंगे जो बिना किसी केमिकल का यूज किये आपके गार्डन को कीट पतंगो से दूर रखेंगे।
किचन से मिलने वाली प्राकृतिक दवाएं:
हल्दी पाउडर:
क्या आप जानते है कि आपकी रसोई में भी कई तरह के प्राकृतिक एंटीबैकटेरियल पाये जाते हैं। जो किचन गार्डन की सुरक्षा कर सकते हैं और उन्हे कीट पतंगो से बचा सकते हैं। यदि आपके पौधे में कीड़े लग जाते हैं तो हल्दी का पाउडर एक बेहतरीन कीटनाशक की तरह काम करता है। आप गमले की मिट्टी में हल्दी का पाउडर मिला दें यह एक बेहतरीन कीटनाशक का काम करता है। उसके साथ-साथ पौधों की जड़ो में हल्दी के पानी का छिड़काव भी कर सकते हैं।
लहसुन और प्याज के छिलके का इस्तेमाल:
किचन गार्डन में अक्सर पौधे की पत्तियों को खाने वाले कीड़े लग जाते हैं । जो पौधों को नुकसान पहुंचाते हैं। इससे बचाव करने के लिए आप पौधे में लहसुन और मिर्ची का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आप लहसुन को कुचलकर एक लीटर पानी में मिला ले इसके साथ इसमें मिर्च भी पीस कर मिला लें। इसके बाद उसको कुछ घंटे के लिए रख दें। उसके बाद इस पानी को छानकर स्प्रे वाली बोतल में भर के इसका इस्तेमाल पौधों के छिड़काव में करें। इसके इस्तेमाल से पौधे बहुत जल्दी ही कीड़ों से मुक्त हो जाएंगे। इसके साथ ही आप प्याज के रस का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। प्याज के रस में पाया जाने वाला सल्फर नामक तत्व एफिडस व थ्रिप्स जैसे कीड़ों को दूर रखने में मदद करता है। इन सभी चीजों का उपयोग करके आप बिना केमिकल के अपने पौधों को सुरक्षित रख सकते हैं।
छाछ का प्रयोग:
हम अक्सर अपने घर में प्रतिदिन छाछ का प्रयोग खाने में करते हैं। क्या कभी आपने सोचा है कि खाने वाली छाछ का प्रयोग आप पत्तियों के फंगल इन्फेक्शन को भी दूर करने के लिए कर सकते हैं। पौधों की पत्तियों में लगने वाला फंगल इन्फेक्शन जैसे कि पाउडरी मिल्ड्यु को रोकने के लिए छाछ बेहद असरदार कार्य करती है। इसके लिए आपको छाछ को थोड़े पानी में मिलाकर पतला करना होगा । तत्पश्चात इस घोल को पत्तियों पर छिड़क दें। इससे फंगस का प्रकोप धीरे-धीरे चल जाएगा।
नीम का तेल या पत्तियों का पाउडर:
आपको बता दें कि नीम एक बेहतरीन antibacterial का काम करती है। इसके लिए आप नीम की पत्तियों को उबालकर उसका पानी बना ले । उस पानी को ठंडा करने के बाद आप हर हफ्ते पौधों में डाल सकते हैं। इसके लिए आप स्प्रे वाली बोतल में भरकर इसका छिड़काव भी कर सकते हैं। इसके साथ-साथ आप नीम की पत्तियों को सुखाकर उसका पाउडर भी तैयार कर सकते है और उसको मिट्टी में मिलाकर गमले में डाल सकते हैं। ऐसा करने से दीमक व अन्य कीड़े भी नष्ट हो जाएंगे और मिट्टी अधिक उपजाऊ हो जाएगी। नीम के तेल का उपयोग आप पानी में मिलाकर कर सकते हैं। इसके लिये 1 लीटर पानी में करीब 5 मिलीलीटर नीम का तेल मिलाकर उसमे कुछ लिक्विड साबुन डालकर एक अच्छा सा घोल तैयार करके स्प्रे बोतल में भर लें। इसके बाद सप्ताह में दो बार पत्तियों पर इस पानी का छिड़काव करें । यह छिड़काव पत्तियों पर कीड़ों को टिकने नहीं देता है । इस तरह से आप बिना किसी केमिकल का इस्तेमाल किए अपने किचन गार्डन को कीड़ों से सुरक्षित रख सकते हैं।
साबुन के घोल का इस्तेमाल:
आप अपने घर के किचन गार्डन में साबुन के घोल का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। यह एक आसान और प्राकृतिक उपाय है,जो आपके पौधों को कीटों से दूर रखेगा। आप साबुन के घोल का इस्तेमाल अपने पौधों में लगे हुए एफिड इन्फेक्शन और स्पाइडर माइट जैसे कीड़ों को दूर करने में कर सकते हैं।
तुलसी पुदीना और हींग का इस्तेमाल:
अगर आप अपने किचन गार्डन में तुलसी और पुदीना को भी उगाते हैं तो उसकी महक से भी कीट पतंगे दूर रहते हैं। इस तुलसी और पुदीने का इस्तेमाल आप घरेलू उपयोग के लिए भी करते हैं। चटनी और सॉस बनाने में इनका इस्तेमाल किया जाता है। इसके साथ-साथ आप इसको अपने किचन गार्डन में लगा सकते हैं। इसमें निकलने वाली महक से कीट पतंगे स्वतः ही दूर हो जाते हैं । भोजन में इस्तेमाल होने वाली हींग का प्रयोग हमारे स्वास्थ्य के लिए तो लाभदायक है। इसके साथ-साथ आप पौधों में भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। एक चुटकी हींग एक गिलास पानी में मिलाकर थोड़ी देर के लिए छोड़ दे। इसके बाद इस पानी को पौधों में डाल दे यह कीड़ों को दूर रखने में मदद करता है।
बबीता आर्या