Realty Stocks : आजकल रियल्टी सेक्टर बड़े प्रीमियम हाउसेस के सपनों को साकार कर रहा है। ऐसे में रियलिटी एस्टेट कारोबार की गाड़ी एक बार फिर पटरी पर दौड़ने लगी है। रियल्टी सेक्टर से मिल रही इस बड़ी खबर के बाद अब रियल्टी स्टॉक भी एक बार फिर लंबी छलांग लगा सकते हैं। कोविड काल में रियलिटी कारोबार काफी धीमा पड़ गया था। लेकिन साल 2024 रियल्टी सेक्टर के लिए बड़ी खुशखबरी लाया है, क्योंकि लंबे समय के गैप के बाद रियल्टी सेक्टर एक बार फिर लंबी उड़ान भरने के लिए तैयार है।
रियलिटी मार्केट में फिर से तेजी आने की उम्मीद, लग्जरी प्रॉपर्टी की बढ़ी मांग
उच्च मध्यवर्ग और उच्च वर्ग के बीच प्रीमियम प्रॉपर्टी की मांग बढ़ने लगी है, खास तौर पर लग्जरी अपार्टमेंट और प्रॉपर्टी को लेकर उच्च आयवर्ग खरीदारों की दिलचस्पी बढ़ रही है। अच्छे लोकेशन में महंगी प्रॉपर्टी खरीदने वालों की अब कमी नहीं है और यह तादाद बढ़ती ही जा रही है। यह जानकारी हाल ही में शेयर मार्केट में लिस्टेड 26 रियल्टी कंपनियों के बिक्री डाटा से उजागर हुई है। इन कंपनियों ने वित्त वर्ष 2024 – 25 की दूसरी तिमाही यानी जुलाई से सितंबर के बीच करीब 35,000 करोड़ की आवसीय परिसम्पत्तियों की बिक्री की है। रियलिटी कंपनियों की इस कमाई में प्री बुकिंग से हुई आय का बड़ा हिस्सा शामिल है। इतने बड़े स्तर पर लग्जरी प्रॉपर्टी की बिक्री और प्री बुकिंग में इतनी बड़ी कमाई इस बात का संकेत है कि शेयर मार्केट में प्रॉपर्टी स्टॉक भी अब नई ऊंचाई छूने वाला है।
रियल्टी सेक्टर के शेयरों (Realty Stocks) पर भी साकारात्मक प्रभाव बनने का है अनुमान!
रियल्टी सेक्टर की बड़ी कंपनियों का रिपोर्ट कार्ड
आइए आपको बताते हैं टॉप 5 रियल्टी कंपनियों की जुलाई से सितंबर यानी 3 महीने की कमाई का आंकड़ा
- गोदरेज प्रॉपर्टीज : रियल एस्टेट की इस दिग्गज कंपनी ने जुलाई से सितंबर के बीच सबसे अधिक 5,193 करोड़ का कारोबार किया है। बिक्री के लिहाज से रियल एस्टेट सेक्टर में यह कंपनी शीर्ष स्थान पर है।
- दूसरे नंबर पर मैक्रोटेक डेवलपर्स ने इस तिमाही में 4,290 करोड़ की प्री बुकिंग की है।
- तीसरे स्थान पर दिल्ली एनसीआर की मैक्स एस्टेट ने 4,100 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी बेची है।
- वहीं बेंगलुरु की कंपनी प्रेस्टीज एस्टेट ने 4,022 करोड़ रुपए की बिक्री की है।
- पांचवें स्थान पर भी दिल्ली एनसीआर की रियल एस्टेट कारोबार से जुड़ी कंपनी सिगनेचर ग्लोबल ने 2,780 करोड रुपए का कारोबार किया है। सिगनेचर ग्लोबल गुरुग्राम में लग्जरी अपार्टमेंट बनाने वाली अग्रणी कंपनी है।
रियल्टी सेक्टर की दिग्गज कंपनियों का हाल
अब बात कुछ दूसरी दिग्गज कंपनियों की भी कर लेते हैं। मार्केट कैप के हिसाब से रियल एस्टेट की सबसे बड़ी कंपनी DLF बिक्री के मामले में कमजोर साबित हुई है। दूसरी तिमाही में डीएलएफ की बिक्री में गिरावट दर्ज की गई है। इसका मुख्य कारण अभी नए प्रोजेक्ट ना शुरू करने को बताया जा रहा है। जिससे कंपनी की बिक्री घट कर 692 करोड रुपए ही रही ।
- बेंगलुरु की ब्रिगेड एंटरप्राइजेज ने 1,821 करोड़ की बिक्री की।
- मुंबई की ओबेरॉय रियल्टी ने 1,442 करोड़ रुपए का कारोबार किया।
- मुंबई की ही आदित्य बिरला रियल एस्टेट ने 1,412 करोड़ की प्रॉपर्टी बेची ।
- बेंगलुरु की पूर्वांकर लिमिटेड ने 1,331 करोड़ का कारोबार किया।
- बेंगलुरु की ही शोभा लिमिटेड ने 1,178 करोड रुपए की बिक्री दर्ज की।
दिल्ली की कंपनी TARC लिमिटेड ने भी इस तिमाही में अच्छी बिक्री की। टीएआरसी लिमिटेड ने 1,012 करोड़ की प्री सेल की है।
एक्सपर्ट्स की माने तो कोविड के बाद बड़े शहरों में घर खरीदारों की डिमांड तेजी से बढ़ी है। खासकर लग्जरी प्रॉपर्टी को लेकर उत्साह बढ़ता नजर आ रहा है। डिमांड बढ़ने के साथ कीमतों में भी बढ़ोतरी नजर आ रही है।
महंगे लग्जरी घर बने पहली पसंद
लग्जरी प्रॉपर्टी की बढ़ती डिमांड भी दर्शाती है कि घर खरीदने को लेकर लोगों का नजरिया अब बदलने लगा है। लोग अब प्रॉपर्टी में काफी कुछ एक्सपेक्ट करते हैं। आधुनिक सुविधा और लग्जरी प्रॉपर्टी खरीदने में दिलचस्पी बढ़ गई है। महंगी गाड़ी की तरह महंगे लग्जरी घर खरीदना भी अब चलन में आ रहा है। जब घरों की डिमांड बढ़ेगी तो ऐसे में रियल्टी मार्केट शेयरों में भी उछाल आने की संभावना बढ़ गई है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस मार्केट सिनेरियो में गोदरेज प्रॉपर्टीज, DLF और ओबेरॉय रियल्टी जैसे Realty Stocks में बढ़त की संभावना दिखती है। क्योंकि यह तीनों कंपनियां लग्जरी हाउसिंग के क्षेत्र में काम करती है और लग्जरी हाउसिंग मार्केट में इन कंपनियों के घरों की अच्छी डिमांड भी है।
बाजार की डिमांड को देखते हुए यह कंपनियां बड़े और लग्जरी घर बनाने पर फोकस कर रही हैं। इन लग्जरी घरों की रेंज 3 करोड़ से शुरू होती है, क्योंकि इस वक्त बाजार में इन्हीं घरों की डिमांड ज्यादा है। टीयर 1 से लेकर टीयर 3 तक के महानगरों में बेहतर आवासीय सुविधाओं और आधुनिक साज-सज्जा से लेकर मॉडर्न तकनीकी का इस्तेमाल और सुरक्षा के अंतराष्ट्रीय स्टैंडर्ड की वजह से भी नए सम्पन्न वर्ग में सुपर प्रीमियम घरों को लेकर काफी क्रेज देखा जा रहा।
Disclaimer: यह लेख सामान्य जानकारी के लिए है, शेयर बाजार में निवेश से पहले अपनी वित्तीय सलाहकार की सलाह जरूर लें।