Delhi Book Fair : विश्व पुस्तक मेला, 2025 के इंडिया नेटबुक्स प्राइवेट लिमिटेड के स्टॉल पर अंतिम दिन रविवार को व्यंग्यकार प्रेम जनमेजय की संपादित पुस्तक हिंदी व्यंग में नारी स्वर का विमोचन हुआ। इसके अतिरिक्त डॉ. संजीव कुमार की अग्निपरीक्षा और बच्चों के साहित्य में अंग्रेजी की पुस्तकें पलाश शुक्ला की मंतिस और हर्षित दरिया की माई स्कूल लाइफ इन स्टैंजास का विमोचन हुआ।
पुस्तक मेले में प्रेम जनमेजय की पुस्तक का विमोचन
मालूम हो कि स्टॉल पर शनिवार को राघवेश अस्थाना की पुस्तक ‘अमरत्व’ और नीलिमा पांडेय ‘टूटा है एक मौन’ और डॉ. संजीव कुमार की पुस्तकें ’51 प्रेरणादायक कहानियां’, 51 शिक्षाप्रद कहानियां और नागा साधुओं की प्रेमाभिव्यक्ति कैटरीन के विशेष संदर्भ में, का विमोचन प्रसिद्ध कवि अशोक चक्रधर ने किया। वही स्टॉल पर भूतपूर्व हाईकोर्ट जस्टिस मंजू गोयल ने मुकेश भारद्वाज की पुस्तक ‘मनमोदी’ का विमोचन किया। जबकि अन्य पुस्तकों में संतोष खन्ना की ‘भारत की महान विभूतियां’, आश्मा कौल का कहानी संग्रह ‘रिश्तों के नहीं रेशे’, ‘मीनू’ मीना सिन्हा का कहानी संग्रह ‘अखंड अहिवात’ और और दिव्य अरोड़ा की किताब ‘सफ़र-ए-जज़्बात’ और डॉ भारती सिंह की लघु कहानियां ‘न्याय की वसीयत’ पुस्तकों का विमोचन हुआ।
विमोचन के दौरान साहित्यकार गिरीश पंकज, प्रेम जनमेजय, प्रवीन शर्मा, रेनू पंत, दिविक रमेश, हरिसुमन बिष्ट, डॉ.लालित्य ललित, डॉ मनोरमा, सोनी लक्ष्मी राव, राजेश्वरी मंडोरा, आशा कुंद्रा, संजय मिश्रा, रणविजय राव, अनिरुद्ध गौड़, हरीश पाठक, नीलिमा शर्माआदि मौजूद रहे।