Benefits of Super Seeds : फल खाना तो सबको पसंद होता है लेकिन क्या आप जानतें है फलों और सब्जियों के बीज भी बड़े फायदेमंद होते हैं । इन बीजों मे कई प्रकार के महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की गुणवत्ता पाई जाती है, जो आपकी सेहत के लिए विभिन्न रूपों में फायदेमंद होते हैं। इनमें से कुछ खास प्रकार के बीजों में ऐसे कम्पाउंड होते हैं जो कई तरह की बीमारियों से शरीर की रक्षा करते हैं। इनमे फाइबर के साथ हेल्दी मोनोसैचुरेटेड फैट्स पॉलीअनसैचुरेटेड फैट्स, विटामिन्स , खनिज और एंटीऑक्सीडेंट्स भी पाये जाते हैं। आइये जानते हैं कि वह कौन से बीज हैं जो हमें खाने चाहिए ।
Super Seeds करते हैं बिमारियों का इलाज:
जब कभी हम फलों और सब्जियों का यूज करतें हैं तो उनके बीजों को फ़ेक देते हैं । इन छोटे-छोटे बीजों में हमारे शरीर के लिए कई पोषक तत्व पाये जातें हैं । यह बीज हमारी सेहत के लिये बेहद फायदेमंद होते हैं । इन फलों और सब्जियों के बीजों मे कई तरह के विटामिन्स और मिनरल होते हैं । इसमें एंटीऑक्सीडेंट ,फाइबर, प्रोटीन और मिनरल पाये जाते हैं । इन सुपर सीड्स का सेवन करके आप कई तरह की बिमारियों से मुक्ति पा सकतें है ।केलेस्ट्रॉल,ब्लड प्रेशर, हड्डियों की बिमारी, हृदय से सम्बंधित, हार्मोन से संबंधित बिमारियों से छुटकारा मिल सकता हैं । कद्दू के बीज,सूरजमुखी के बीज,तिल, चिया सीड, ये सभी प्रकार के बीज पोषण संबंधी समस्याओं से छुटकारा दिला सकतें हैं ।
आप इन सभी बीजों का सेवन बड़ी ही आसानी से कर सकतें हैं । आप इनका प्रयोग सलाद ,स्मूदी, दलिया योगर्ट, सूप और पानी मे भिगो कर भी कर सकते हैं । आइये जानते हैं कि वह कौन से बीज हैं जिनका उपयोग हम विभिन्न प्रकार से कर सकतें हैं।
1 चिया सीड: Chia Seeds
चिया सीड्स को इस्तेमाल से पहले 2 से 3 घंटे के लिये भिगो दें । भीगने के बाद ये जेल जैसे फॉर्म मे परिवर्तित हो जाता है । इससे आयरन,ओमेगा-3 फैटी एसिड, एंटीऑक्सीडेंट और आहार फाइबर सहित उनकी पूरी क्षमता खुल जाती है। यह वजन कम करने वालों के लिये बेहतर विकल्प है । इसे आप स्मूदी, दही,शर्बत,या फल के उपर डाल कर खा सकते हैं । यह आपकी त्वचा को ग्लो प्रदान करता हैं और त्वचा को लचीला बनाता है ।
2 फ्लैक्स सीड्स Flax Seeds
पूरे पूर्वी भारत में यह अलसी के बीज के नाम से जाना जाता है । वजन घटाने में ये काफी मददगार साबित होती है । इसके सेवन के बाद काफी समय तक भूख नही लगती हैं । यह वेजिटेरियन लोगों के लिए ओमेगा-3 फैटी एसिड्स का बेहतरीन सोर्स है। यह हार्ट के सही काम करने के लिए अहम रोल निभाता है । इसके उपयोग के लिये सर्दियों में इसके लड्डु बना कर खाये जाते हैं । इसकी चटनी बना कर भी खायी जाती हैं । इसे भून कर खाया जाता है ।इसका इस्तेमाल आप फेस मास्क के रूप मे भी कर सकते हैं । यह झुर्रियों से बचाता है ।
3 कद्दू के बीज: Pumpkin Seeds
ये हरे रंग के छोटे से बीज बहुत ही कमाल के होते हैं । कद्दू के सीड्स एंटिऑक्सिडेंट से भरे होते हैं जो शरीर में मौजूद हानिकारक फ्री-रेडिकल्स को कम करने मे मदद करते हैं । कद्दू के बीज मे कॉपर, मैग्नीशियम, जिंक और प्रोटीन समेत कई पोषक तत्व पाये जाते हैं । इसे आप सलाद के उपर और सब्जी मे डाल कर खा सकतें हैं । चटनी में भी इसका उपयोग कर सकतें हैं ।जिंक से भरपूर यह बीज हमारी त्वचा के लिये बेहतरीन विकल्प है । यह फ़्री रेडिकल्स से बचने में मदद करतें हैं और त्वचा को नमी प्रदान करते हैं ।
4 तिल : sesame seeds
तिल दो प्रकार के होते हैं सफेद और काला तिल। दोनो ही पोषण से भरपूर होते हैं । मकरसंक्रांति के त्यौहार में इसका विशेष महत्व होता है। तिल गुड के बिना यह त्यौहार अधूरा है । यह त्वचा और बालों के लिये फायदेमंद होता है ।इससे शरीर में कैल्शियम और आयरन में वृद्घि हो जाती है । यह हड्डियों के लिये बेहद फायदेमंद होता हैं । यह कैंसर रोधी भी माना गया है । काला तिल बालों के लिये बेहद फायदेमंद होता हैं । तिल के बीज तनाव को कंट्रोल करते हैं । आपकी त्वचा को जवान बनाते हैं । इसमे मौजूद विटामिन आपकी त्वचा की रंगत को सुधार सकते हैं । इसका उपयोग आप भिगो कर भी कर सकते हैं और इसको आप ड्राई रोस्ट करके भी खा सकते हैं ।
5 सूरजमुखी के बीज:
सूरजमुखी के बीज का सेवन हमारी सेहत के लिये बेहद फायदेमंद है । यह हमारे शरीर के अंदरुनी सूजन को कम करते हैं । इसमें कैल्शियम, प्रोटीन, फाइबर भरपूर मात्रा में पाएं जाते हैं । यह पॉलिसेचुरेटेड फैटी एसिड का बेहतरीन सोर्स हैं । हृदय से संबंधित समस्याओं को दूर करता हैं । इसमें विटामिन बी कॉमप्लेक्स भी पाया जाता है । यह आपकी त्वचा की उम्र को तेजी से बढ़ने से रोकते हैं । यह कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है ।इसे आप पानी मे भिगा कर खा सकते हैं । इसको आप शेक के साथ उपयोग कर सकतें हैं । भून कर खाने में भी इसका स्वाद अच्छा लगता है ।
Disclaimer: यह लेख सामान्य जानकारी के लिए है। खान-पान में किसी भी बदलाव से पहले विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।