Bad effects of wi-fi : आजकल के तकनीकी युग में इंटरनेट हमारी जिंदगी का एक अहम हिस्सा बन गया है । इंटरनेट के प्रयोग से हम घर बैठे देश दुनिया के किसी भी कोने से जुड़ सकते हैं। साथ ही घर बैठे ही किसी भी तरह की जानकारी इंइंटरनेट पर आसानी से उपलब्ध हो जाती है । इंटरनेट ने हमें बेहतर कनेक्टिविटी के साथ मनोरंजन की सुविधा भी उपलब्ध कराई है । इसके कई प्रकार के फायदे तो है ही लेकिन इसके साथ इसके नकारात्मक प्रभाव भी देखने को मिल रहे हैं । आज हम जानेगे की इंटरनेट यानी वाई-फाई के क्या नकारात्मक प्रभाव हमारे जीवन पर पड़ सकते हैं।
अगर आप भी अपने घर में वाई-फाई का इस्तेमाल करते हैं तो इस लेख को एक बार जरूर पढ़ें।
इंटरनेट है जिन्दगी का हिस्सा:
आजकल के मशीनी युग में बिना इंटरनेट के काम करना नामुमकिन सा हो गया है। घर, ऑफिस या स्कूल हर जगह इंटरनेट का इस्तेमाल होता है। इन सबको देखते हुए इंटरनेट कंपनियों ने अपने प्लान को भी सुविधा के अनुसार सस्ता कर दिया है। कोविड महामारी के दौरान स्कूलों की ऑनलाइन पढ़ाई और वर्क फ्रॉम होम ने इसका चलन और बढ़ा दिया। जिसकी वजह से कई लोगों ने अपने घरों में वाई-फाई इंस्टॉल कर लिया ऑफिस और स्कूल की तमाम जरूरत को पूरा करने के लिए लोग घरों में 24 घंटे वाई-फाई राउटर का इस्तेमाल करते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि वाई-फाई राउटर से हमारे शरीर को कितना ही नुकसान हो रहा है। यह बच्चों के साथ घर के अन्य सदस्यों को भी नुकसान पहुंचा रहा है। पूरी दुनिया में पांच अरब से ज्यादा लोग इंटरनेट का प्रयोग करते हैं।
वाई फाई से होने वाले नुकसान:
वैज्ञानिकों का मानना है कि वाई-फाई से निकलने वाला रेडिएशन काफी कम मात्रा में होता है। यूं तो अमूमन उससे हमे नुकसान कम होता है । लेकिन अगर 24 घंटे, सातों दिन उसके संपर्क में रहते है तो आपके शरीर को गंभीर नुकसान भी पहुंचा सकता है । वैज्ञानिकों का कहना है कि यदि आप वाई-फाई का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं, तो उसको बंद कर देना चाहिए। रात को सोते वक्त राउटर को बंद करके ही सोना चाहिए। वाई-फाई से निकलने वाली किरणे हमारी नींद को प्रभावित करती हैं । लंबे समय तक इस उपकरण के संपर्क में रहने से पाचन संबंधी विकार भी देखने को मिल रहे हैं। मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती है। वाई-फाई से निकलने वाली रोशनी और उसकी किरणे हमारी नींद के टूटने की वजह बन रही है।
बचाव के लिए क्या करें:
1) वाई-फाई राउटर को घर में लगाने से पहले कुछ बेसिक बातों का ध्यान रखना जरूरी है। राउटर की सिगनल स्ट्रैंथ को ज्यादा नहीं रखना चाहिए।
2) यह घर में रहने वाले सदस्यों के बॉडी से कम से कम 40 फीट की दूरी पर रहना चाहिए । हमारा शरीर, निकलने वाले रेडिएशन से जितना दूर रहेगा उतना ही हमें नुकसान कम होगा।
3) फोन इस्तेमाल करने के बाद भी यदि आप रात में फोन को कमरे में रख कर सोते हैं तो उसे एयरप्लेन मोड पर लगा के रखें।
4) कभी भी वाई फाई और उस प्रकार की किसी भी डिवाइस को सोने वाले कमरे मे ना लगायें। यदि ऐसी कोई डिवाइस हैं भी तो उसे बंद करके सोये।इसके लिये वाई फाई को घर के बाहरी भाग मे लगाना बेहतर होगा।
इनडोर प्लांट्स कम कर सकते हैं रेडिएशन को:
आजकल के समय में इंटरनेट को एकदम से बंद कर देना तो संभव नहीं है। इसलिए इंटरनेट से निकलने वाली किरणों से बचने के लिए आप अपने घरों में इनडोर प्लांट्स लगा सकते हैं। जो आपके कंप्यूटर और इंटरनेट से निकलने वाली किरणों को अवशोषित कर लेते हैं। ऐसा माना जाता है ,कि कैक्टस कई प्रकार के रेडिएशन को अवशोषित कर लेता हैं । आप अपने घरों में कैक्टस के पौधे लगा सकते हैं और इसके साथ-साथ स्नेक प्लांट ,एस्पेगस फर्न, स्टोन लोटस फ्लावर जैसे अन्य पौधों को भी लगा सकते हैं।
Disclaimer: ये लेख केवल सामान्य जानकारी प्रदान करता है, यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।