भारतीय कॉरपोरेट जगत के इतिहास में 30 लाख करोड़ रूपए की मार्केट कैप के साथ टाटा समूह देश का सबसे बड़ा औधोगिक समूह (conglomerate) बनकर उभरा है।
टाटा ग्रुप ने रचा इतिहास
टाटा ग्रुप औद्योगिक जगत में इतिहास बनाने जा रहा है। जब भी सबसे बड़ी कंपनी की बात होती है तो मुकेश अंबानी की रिलायंस ग्रुप की चर्चा होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं; देश की सबसे पुरानी कंपनियों में से एक (Tata Group becomes the largest Conglomerate) टाटा ग्रुप अब 30 लाख करोड़ रुपए के मार्केट कैप के साथ भारत का सबसे बड़ा कॉर्पोरेट conglomerate बन गया है।
क्या होता है कॉग्लोमेरेट ?
Conglomerate का अर्थ होता है विभिन्न कंपनियों का समूह जिसकी पैरेंट कंपनी का अलग-अलग विंग भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में कार्यरत हो और उसका स्वामित्व और प्रबंधन अंतिम रूप से पैरेंट कंपनी के पास हो। दूसरे अर्थ में, कंपनियों के बड़े साम्राज्य का उद्गम एक ही औद्योगिक घराना या संस्थान हो।
टाटा ग्रुप बना सबसे बड़ा Conglomerate
फरवरी के महीने में टाटा ग्रुप का कंबाइंड मार्केट कैप 30 लाख करोड़ रुपए के ऊपर पहुंच गया है। यानी टाटा ग्रुप की सभी कंपनियों का संयुक्त मार्केट कैप 30 लाख करोड़ रुपए के पार हो गया है जो किसी भी समूह के लिए देश में सबसे बड़ा है । इस तरह टाटा ग्रुप इस माइलस्टोन को हासिल करने वाला देश का पहला औद्योगिक घराना बन गया है।
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टाटा के इस वेल्थ क्रिएशन में शेयर धारकों का बहुत बड़ा हिस्सा है। हाल ही में टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज, टाटा मोटर्स, टाटा पावर और इंडियन होटल के शेयर में बड़ी उछाल दर्ज की गई है।
- टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज के शेयर में 9% का इजाफा हुआ है।
- टाटा मोटर्स लिमिटेड में 20% का और टाटा पावर 18 फीसद तक उछल चुकी है।
- वही इंडियन होटल ने 16 प्रतिशत का गेन हासिल किया है।
- टाटा ग्रुप की कुल 24 कंपनियां शेयर मार्केट में लिस्टेड है
टाटा की कंपनियों का बढ़ रहा है मार्केट कैप
केवल टीसीएस की ही बात करें तो 6 फरवरी को 15 लाख करोड़ रुपए के मार्केट कैप के साथ इसने अपना सर्वोच्च शिखर छुआ है। कंपनी के प्रबंधन को विश्वास है कि दीर्घकालिक रूप में और भी अधिक ग्रोथ दिखाई देगी। टाटा की कुछ और कंपनियों के मार्केट कैप की बात करें तो 6 फरवरी को टाटा की इन प्रमुख कंपनियों का मार्केट कैप था|
- टाटा मोटर्स 3 लाख करोड़ से अधिक
- टाटा पावर 1 लाख करोड़ से अधिक
नए करार से फायदा
टीसीएस ने हाल ही में AVIVA के साथ 15 वर्ष के लिए पार्टनरशिप एक्सपेंशन की घोषणा की है। अवीवा ब्रिटेन के बीमा क्षेत्र में एक अग्रणी लीडर कंपनी है। हालांकि इस डील के आंकड़ों के बारे में कंपनी ने कोई जानकारी नहीं दी है। ऐसा माना जा रहा है कि यह डील 500 मिलियन डॉलर से भी अधिक की हो सकती है।
टाटा के शेयरों में बढ़ोतरी
Tata Motors के स्टॉक में भी काफी बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जिसमें कंपनी की आय बढ़ने के अलावा सेमीकंडक्टर चिप की उपलब्धता, रॉ मटेरियल की कम कीमत और डिमांड का बढ़ना ऐसे कई कारक है। टाटा मोटर्स की Jaguar और Land Rover के रेवेन्यू ग्रोथ में 16.02% एबिटा (EBITDA) मार्जिन दर्ज किया गया है। सेमीकंडक्टर चिप की उपलब्धता संबंधित चुनौती के बावजूद JLR की डिलिवरी बेहतर हुई है। 19 प्रतिशत रेवेन्यू ग्रोथ के साथ घरेलू बिजनेस में भी अच्छे नतीजे दिख रहे हैं। आने वाले समय में नए मॉडल के साथ डिमांड में और भी तेजी आ सकती है। प्रबंधन को उम्मीद है कि भारतीय बाजार में आर्थिक रिकवरी और सरकार द्वारा इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास पर जोर दिए जाने के कारण मार्केट और बढ़ सकती है।
टाटा पावर की कंपनी में अच्छी ग्रोथ
Interim Budget 2024 में सरकार द्वारा रिन्यूएबल एनर्जी का दायरा बढ़ाने पर जोर दिया गया है, जिससे टाटा पावर को भी एक बढ़िया मौका दिख रहा है। क्लीन एनर्जी के क्षेत्र में टाटा पावर सोलर, विंड और हाइड्रो पावर के साथ 5500 मेगावाट की क्षमता रखता है । इंडियन होटल के लिए भी आने वाले समय में प्रबंधन द्वारा बेहतर ग्रोथ की उम्मीद जताई गई है।
Disclaimer: यह आलेख सिर्फ आपकी जानकारी के लिए है। निवेश संबंधी कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें।
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